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Bhavishya Malika

भविष्य मालिका में वर्णित 64 प्रकार की भयानक महामारियाँ

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22 May 2025

पंचसखाओं द्वारा आज से 600 वर्ष पूर्व रचित भविष्य मालिका में कलियुग के अंत और संधिकाल में होने वाली घटनाओं का विस्तृत वर्णन है। भविष्य मालिका में लिखा है कि 64 प्रकार की बीमारियाँ फैलेगी और उनमें बहुत बड़ी संख्या में लोग मृत्यु को प्राप्त होंगे।


द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने धर्म की स्थापना हेतु महाभारत युद्ध करवाया था, जिसमें असंख्य पापी और दुराचारी लोगों का अंत हुआ, और धरती माता का भार हल्का हुआ।


युग परिवर्तन के इस कालखंड में भी हम इतिहास को दोहराता हुआ देखेंगे जहाँ विनाश तृतीय विश्व युद्ध, पंचभूत प्रलय, 64 प्रकार के रोगों व महामारियों, उल्कापात, सौर ज्वालाओं और अन्य अप्राकृतिक घटनाओं के माध्यम से होगा, जिससे पापियों और दुराचारियों की मृत्यु के साथ पुनः धरती का भार कम होगा।


64 प्रकार की महामारी ही क्यों आएँगी?


भविष्य मालिका में बताया गया है कि जब धरती पर पाप, अधर्म और अन्याय बहुत अधिक बढ़ जाएगा, तब 64 योगिनी माताएँ 64 भयानक बीमारियों का रूप लेकर संसार में प्रकट होंगी। ये महामारियाँ पूरे विश्व को अपनी चपेट में लेंगी। इन बीमारियों का उद्देश्य केवल एक ही होगा — पाप करने वालों, दुराचारियों और अधर्मी लोगों का अंत करना।


योगिनी माताएँ और 64 महामारियों का रहस्य


भविष्य मालिका में महाभारत के समय का एक संवाद का वर्णन है। इसमें 64 योगिनियाँ भगवान जगन्नाथ से कहती हैं कि उन्हें महाभारत युद्ध से भी तृप्ति नहीं मिली, उन्हें और रक्त की इच्छा थी। वे मांग करती हैं कि उनके लिए कोई व्यवस्था की जाए।


भगवान जगन्नाथ जवाब देते हैं —

“जब मैं कलियुग में कल्कि अवतार लूँगा, उस समय भीषण युद्ध होगा। उसी समय तुम सबको आदेश दूँगा, और तुम चारों दिशाओं में रोग और बीमारियाँ फैलाओगीं और पापियों के रक्त से तुम्हारी प्यास समाप्त होगी।”


इसके पीछे कारण भी बताया गया है। उस समय लोग अधर्म करेंगे, राजा जनता की तकलीफ नहीं सुनेगा, निर्दोषों को सजा मिलेगी और पाप बढ़ जाएगा। तब योगिनी माताएँ महामारियों का रूप लेकर उन पापियों का नाश करेंगी।


भविष्य मालिका में कोरोना का वर्णन


भविष्य मालिका में 600 वर्ष पहले ही लिखा गया है कि सन् 2020 में एक भयंकर महामारी आएगी, जो पूरी दुनिया को हिला कर रख देगी। यह भविष्यवाणी कोविड-19 के रूप में पूरी तरह सत्य सिद्ध हुई। इसके साथ ही, यह भी चेतावनी दी गई है कि वर्ष 2025 से 2026 के बीच अनेक घातक और अज्ञात बीमारियाँ आएँगी।


श्लोकों में वर्णित था कोरोना महामारी

“बलुद समान मनुष्य होइब, मुहे बांधुथिब टुंडी
श्वान शृगाल कु मारी खाउथिब, चातक पक्षी कु भंडी”

अर्थात्, मनुष्य बैल के समान मुख पर कपड़ा बाँधेंगे और यह सब मनुष्य के अपने ही कर्मों के कारण होगा, क्योंकि वे कुत्तों, सियारों और पक्षियों तक को भोजन बनाएँगे।

“अजणा रोगो जे जगते घटिबो वैद्य बणा होईबे
गोदो महोषौधि कार्य न करीबो अकाड़े प्रणि मरीबे”

अर्थात, एक अज्ञात बीमारी संसार में आएगी, जिसे डॉक्टर भी समझ नहीं पाएँगे। कोई भी दवा काम नहीं करेगी, और लोगों की अकाल मृत्यु होगी।


आने वाली महामारियों और रोगों के बारे में क्या लिखा है?

भविष्य मालिका में महामारी की स्थिति का वर्णन

भविष्य मालिका में वर्णन है कि कोरोना के पश्चात एक और भी बड़ी महामारी आएगी, जिसमें कोई दवा काम नहीं करेगी। यह बीमारी सबसे पहले डॉक्टरों को होगी, फिर धीरे-धीरे अन्य लोगों में फैलेगी ।

“दुर्भिक्ष पडीब मरी जीबे बहु लोके
चौसठ रोग भ्रम थीब फेरी फेरी”

अर्थात्, एक रोग ऐसा होगा, जिसमें सुखा और अकाल पड़ेगा, और बहुत से लोग मृत्यु को प्राप्त होंगे। 64 प्रकार के रोग पूरे विश्व में बार-बार लौटकर आएँगे।

“सर घूमेगाएमोनतो व्याधिए कहूं तो असिबो
नर अंगरे प्रकासो मुखोरुतो रक्तों उदगारो होइबो सकल होईबो नासो”

अर्थात्, लोगों को चक्कर आएँगे, कई तरह की बीमारियाँ फैलेंगी, लोग खून की उल्टियाँ करेंगे और तुरंत उनकी मृत्यु हो जाएगी


डॉक्टरों द्वारा इलाज संभव नहीं होगा

“अरे अन्य हेबे नास वैध नास जेबें
होईब ओ बारंगो अउके होइब धंसो”

अर्थात् , उपचार करने वालों पर सबसे पहले इस बीमारी का प्रभाव दिखाई देगा। तत्पश्चात धीरे-धीरे समस्त मानव समाज में इसके लक्षण प्रकट होंगे, और पापियों का विनाश होगा। कोई भी दवा काम नहीं करेगी।


आने वाली महामारियों और रोगों के उदाहरण


हार्ट अटैक से भी आजकल युवा और छोटे बच्चे तक मृत्यु को प्राप्त कर रहे हैं — जैसा कि अनेक समाचारों में सुनने को मिलता है कि 6 या 8 वर्ष के बच्चे को अचानक हार्ट अटैक आया और उसकी तुरंत मृत्यु हो गई।


कुछ बीमारियाँ जिनका वर्णन भविष्य मालिका में लिखा है:-


  • एसिडिटी के कारण अचानक पेट में गैस बनेगी और उससे भी अनेक लोग मरेंगे।
  • सूर्य की किरणों से कैंसर होगा और यह आज वैज्ञानिक भी स्वीकार कर चुके हैं।
  • भविष्य मालिका में लिखा है कि 10% लोग कैंसर से मृत्यु को प्राप्त करेंगे।
  • यह सब आगे होगा — जैसे कि आंखों से खून आना, जिसका उल्लेख भी भविष्य मालिका में है।

बहुत सी बीमारियाँ और आएँगी जो पापियों का विनाश करेंगी क्योंकि 64 प्रकार की महामारियों का वर्णन है।


गुप्त मारूणि (गुप्त मृत्यु)


रात में लोग सोएंगे और सुबह तक उनकी मृत्यु हो चुकी होगी। लोग समझ नहीं पाएँगे कि यह क्या हो रहा है — इसे ही ‘गुप्त मृत्यु’ कहा गया है, जिसका कारण कोई नहीं जान पाएगा। भविष्य मालिका के अनुसार ये सभी बीमारियाँ वर्ष 2025 के बाद प्रकट होंगी।


क्योंकि जो कुछ भी हो रहा है, वह केवल भगवान की इच्छा से ही हो रहा है। यह घटनाएँ अवश्य घटेंगी — यह 100% सत्य है। लेकिन कब आएँगी, यह निश्चित रूप से कोई नहीं जान पाएगा।


वैज्ञानिक शोध की चेतावनी


जहाँ एक ओर महामारी और रोगों की भविष्यवाणी की गई है, वहीं आज विज्ञान भी उसी दिशा की पुष्टि करता नज़र आ रहा है।


फ्रांस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने रूस के साइबेरिया क्षेत्र में जमी हुई झील के नीचे दबे हुए लगभग 48,500 वर्ष पुराने "ज़ॉम्बी वायरस" को जीवित किया है। इससे एक नई महामारी फैलने की आशंका जताई जा रही है।


साइबेरिया के वर्मा फ्रॉन्स क्षेत्र के नीचे से मिले नमूनों की जांच के दौरान वैज्ञानिकों ने तेरह प्रकार के वायरस की पहचान की है। उन्होंने बताया कि यह सभी वायरस कई वर्षों तक जमीन के नीचे जमे रहे और फिर से संक्रामक हो गए हैं।


भविष्य मालिका से प्रमाण

“काहिं जोगमाया नेइ संहार करिबि
काहिं निजे बिश्वरूप धारण करिबि”
- अमर जुमर संहिता

अर्थात, महाप्रभु कल्कि कहीं अपना विश्वरूप धारण करेंगे तो कहीं अपनी योगमाया शक्ति से भीषण तबाही को अंजाम देंगे।

“रोग रूपे जोगमाया शरीरे खेलिबे
काहार आयत पुणि सेठारे न थिबे”

अर्थात, महाप्रभु कल्कि कलियुग के अंत में योगमाया के माध्यम से विविध रोगों की उत्पत्ति करेंगे, जिससे समस्त मानव समाज की स्थिति अत्यंत बिगड़ जाएगी और लोगों की बुद्धि मन्द होकर कार्य करना बंद कर देगी।


महामारियाँ कब आएँगी?

“औषधो गटी जे कामो करीबो नी दंशीबो अजणा रोगो
जाणिबो सेकाड़े अल्पो दिनो रे पृथ्वी कू प्रलयो योग”

जब कोई भी औषधि काम नहीं करेगी, और अज्ञात रोग जनता को ग्रस रहे होंगे, तब समझ लेना कि पूर्ण खंड प्रलय में अब बहुत ही कम समय शेष है।

“नाहिँ बेशि बेल गोल जे चहल महामारी मीन शनि‌”
- चकड़ा मदान

अब अधिक समय शेष नहीं है। मीन-शनि योग के दौरान भारी कोलाहल, सामाजिक अशांति और महामारी का तीव्र प्रकोप होगा। शनि मीन राशि में 29 मार्च 2025 को जा चुका है और समय शुरू हो चुका है।


रक्षा का मार्ग


भविष्य मालिका के अनुसार, जो भी लोग नशा, मांस-मदिरा का सेवन, व्यभिचार, या अन्य किसी भी प्रकार के पापपूर्ण कार्यों में लगे हैं, उन्हें तुरंत ये सब त्याग देना चाहिए। झूठ बोलना, किसी को दुःख पहुँचाना या निर्दोषों को कष्ट देना, ये सभी कर्म विनाश को बुलावा देते हैं।


अगर बचना है, तो सनातन धर्म के मार्ग पर लौटना होगा। शुद्ध शाकाहारी जीवन अपनाएँ, पशु-पक्षियों पर दया करें, और अपने व्यवहार में सत्य, प्रेम, दया, क्षमा, और शांति जैसे गुणों को स्थान दें।


इन महामारियों और संकटों से बचने का एकमात्र उपाय है — त्रिकाल संध्या करना, माधव नाम का जाप करना, और श्रीमद्भागवत महापुराण का पाठ करना। यदि आप इन चेतावनियों को गंभीरता से लें और अपने जीवन में सुधार करें, तो आप आने वाले विनाश से बच सकते हैं।

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