जय श्री माधव🪷🙏🏻ॐ हरी ॐ
मैं डॉ.रितु दवे, नागपुर (महाराष्ट्र) से हूँ। आज मैं आप सभी के साथ प्रभुजी की असीम कृपा द्वारा त्रिसंध्या धारा से मैं किस प्रकार जुड़ी, उसका अनुभव साझा करना चाहती हूँ। वास्तव में, मैं कह सकती हूँ कि बचपन से ही प्रभु ने मेरी साधना का प्रशिक्षण आरम्भ कर दिया था। किंतु जब से मैं इस दिव्य धारा से जुड़ी, तब से जो अनुभव हुए, उन्होंने मेरे जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है।
लगभग तीन-चार वर्ष पूर्व से ही मैं पंडित काशीनाथ मिश्र जी के वीडियो📹 यूट्यूब पर देखती थी। हम सब उन्हें स्नेहपूर्वक ‘पिताश्रीजी’ कहते हैं😌। उनके प्रवचनों को सुनते हुए मेरे अंतःकरण से यह भावना उठती थी कि कलियुग का अंत निकट है और शीघ्र ही सतयुग का प्रारंभ होगा, तथा भगवान कल्कि अवतरित होंगे। हालाँकि उस समय तक मेरे पास कोई संतोषजनक ठोस प्रमाण नहीं था।
फिर संयोगवश पंडितजी का एक वीडियो मेरे सामने आया, जो उड़िया भाषा में था। भाषा न समझने के बावजूद, उसे सुनते समय हृदय में अपार आनंद हुआ😌। बाद में जब उनके वीडियो हिंदी और उड़िया दोनों भाषाओं में आने लगी तो आनंद और भी बढ़ गया। मेरे मन में इच्छा होती थी कि पंडितजी से फोन पर बात करूँ📞 और पूछूँ — क्या सचमुच प्रभु का जन्म हो चुका है? किंतु आत्मविश्वास की कमी के कारण कभी पूछ न सकी।
फिर वर्ष 2021 में मेरी माता जी गंभीर रूप से बीमार हो गईं और आई. सी. यू में भर्ती रहीं। उस कठिन समय में सोशियाल मीडिया से संपर्क कम हो गया। परंतु जब माँ स्वस्थ हो गईं और 2023 में पुनः यूट्यूब खोला, तो सबसे पहले पंडितजी का ही वीडियो सामने आया। उसमें बताया गया था कि "भविष्य मालिका" अब हिंदी में भी उपलब्ध है और इसकी प्रतिलिपि प्राप्त करने हेतु संपर्क नंबर दिये गये थे। जिसपे वार्तालाप के पश्चात मैं इस दिव्य धारा से जुड़ गई।
जैसे हरि अनंत♾️ हैं वैसे ही उनकी दी हुई अनुभूतियाँ अनंत♾️ हैं, हम अपनी वाणी को यही विराम देते हुए आप सब पाठकों को धन्यवाद देते हैं🙏🏻 आपने अपना अमूलय समय निकाल के हमारी इस प्रभु की धारा से जुड़ने की दिव्य अनुभूति पढ़ी🙏🏻
आप सभी को हमारा सादर प्रणाम🙏🏻🙏🏻🙏🏻 सभी को जय श्री माधव 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉
- Dr. Revathi