
पहलगाम अटैक, प्राकृतिक आपदा, मोबाइल खोना आदि मुसीबतों से कैसे हमारी रक्षा हुई
जय श्री माधव🙏
जब हम कश्मीर टूर पर गए थे, श्रीनगर जाते समय हमारी गाड़ी एक रास्ते में रुकी थी। वहाँ एक बहुत ही विशाल दरिया (नदी) थी। हम वहाँ लगभग डेढ़ घंटे रुके। हमने श्रीमदभागवत महापुराण📖 का पाठ किया जिसका फोटो हम मोबाइल में लेकर गए थे। वहीं हम त्रिसंध्या, माधव नाम का जप भी कर रहे थे, और उसी समय अपने आप ध्यान लग रहा था। क्योंकि उसी समय किसी अन्य स्थान पर आपदा की स्थिति बन रही थी🥲। लेकिन हम तो केवल भागवत पठन और स्मरण में लगे थे😌। डेढ़ घंटे बाद रास्ता खुल गया और हम आगे बढ़े।
फिर हमें अगले दिन पता चला कि जिस रास्ते पर हम रुके थे, वह रास्ता कुछ ही देर बाद नदी में बह गया😱। उसमें कई गाड़ियाँ, लोग, और सड़क सब बह गए थे😱।
उसके बाद जब हम श्रीनगर पहुँचे, दो-तीन दिन बाद हम गुलमर्ग गए। गुलमर्ग में हमने फर्स्ट स्टेज के केबल कार का बुकिंग किया था और बाक़ी लोगों ने सेकंड स्टेज के केबल कार का किया था। सेकंड स्टेज पर पानी की तरह बर्फ आई, इतनी बर्फबारी🧊 हुई कि चारों तरफ़ सब कुछ ढक गया😐। लेकिन भगवान की कृपा से हमें कोई हानि नहीं हुई क्योंकि हम फर्स्ट स्टेज की बुकिंग मैं थे😊।
21 अप्रैल को हम दूधपथरी भी गए। वहाँ एक हज़ार (1000) लोगो की भीड़ थी। वहाँ मेरा मोबाइल📱 गुम हो गया। थोड़ी देर बाद मुझे मोबाइल याद आया। मैंने बहुत ढूंढा लेकिन नहीं मिला। मैं बस के पास आ गई थी। मैंने माधव जी से प्रथना की कि मेरी मदद करो🙏। तभी एक छोटी गाड़ी वाला आया, वो मुझे मोबाइल ढूंढने के लिए ले गया। लेकिन मोबाइल नहीं मिला😞। फिर वो भइया मुझे वापस गाड़ी के पास लेकर आए। तब तक मेरा मोबाइल मेरी बहन को मिल गया था😳। गाड़ी वाला मुझे बस के पास छोड़ के चला गया था। मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वहाँ कोई नहीं था। वो साक्षात महाप्रभु जी ही मदद करने आए थे🥺🥹।
22 अप्रैल को हम पहलगाम जाने के लिये बस🚌 से निकले। रास्ते मैं कपड़े, केशर, ड्राईफ्रूट्स ख़रीदने के लिये गाड़ी रुकी तो बहुत टाइम लगाया🕣। फिर आगे गए तो बच्चो ने बैट🏏 ख़रीदने की ज़िद की, एक घंटा वहीं चला गया। बस में बैठे लोग हल्का गुस्सा करने लगे कि हम कब पहलगाम पहुचेंगे। अब कहीं भी गाड़ी मत रुकवाओ, सीधा पहलगाम रुकेगी😤। हम सेब🍎 का बगीचा देखने के लिये रुक गए, वहाँ भी बहुत टाइम लगा🕣 फिर हमने खाना भी खाया तो भी टाइम लगा। हमारे साथ एक इनोवा कार🚘 थी वो पहलगाम पहुँच गई।
उन लोगो ने गोलियों की आवाज़ सुनी😱 तथा वहीं होटल में रुक गए। उन्होंने हमें कॉल करके बता दिया कि गाड़ी को आगे मत लाओ, गोलियां चल रही हैं, पीछे जाओ🔙। हम पहलगाम के गेट🚪 पर पहुँच गए थे, लेकिन पीछे मुड़े और एक होटल में रुके। हमारे साथ के लोग बहुत डरे हुय थे😨। हमने कहा "माधवजी रक्षा करेंगे कुछ नहीं होगा" और इस प्रकार प्रभुजी ने हमारी रक्षा की।
मैंने निश्चय किया⭕ कि प्रतिदिन श्रीमद भागवत पठन, त्रिसंध्या, और नामस्मरण करूँगी। यही साधना हमें संकठों से बचाती है और आत्मा को शुद्ध बनाती है😌।
अब हमें यह ढृढ़ निश्चय💯 हो गया है कि भविष्य मालिका में जो दिखाया गया है, वही सत्य होने वाला है — और वह अब सत्य हो रहा है। परन्तु जो भगवान् के शरण में चले जाएंगे, प्रभु उनकी रक्षा स्वयं करेंगे। तो मैं आप सबसे निवेदन करना चाहती हूँ🙏 कि आप हर रोज त्रिसंध्या पाठ करें, माधव नाम का जप करें, श्रीमद भागवत का पठन करें — यही हमें तारने वाला है🙏। पंडित काशिनाथ मिश्र जी, उन्होंने हमें जो सीख दी है, हम उन्हीं की पालना कर रहे हैं और उन्हीं के द्वारा हमें ज्ञान प्राप्त हुआ है।
जो ज्ञान मैंने उनसे पाया, वही मैं आप सबके साथ साझा कर रही हूँ —
कि श्रद्धा और भक्ति के साथ हर दिन भगवान के नाम का स्मरण करें,
क्योंकि यही मार्ग हमें ईश्वर के निकट ले जाता है।
जय श्री माधव🙏
- Dipali Lokhande