🙏 जय श्री माधव 🙏

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विश्व युद्ध 3 कब से शुरू होगा और भारत इसमें कब भाग लेगा?

कृपया हिंदी में और सही लिखें, अधिकतम सीमा - 300 अक्षर
@MadhuKumari Madhu Kumari Profile Pic on Bhavishya Malika Website
6 days ago

आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व भविष्य मालिका ग्रंथ में अच्युतानंद दास जी और अन्य पंचसखाओं के द्वारा पाकिस्तान, चीन तथा 13 मुस्लिम देशों के साथ भारत के परमाणु युद्ध का वर्णन किया गया है, जो आज धीरे धीरे सत्य साबित हो रही हैं।


पिछले महीने, पाकिस्तान से आए कुछ आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक अत्यंत निंदनीय घटना को अंजाम दिया, जिसमें कई बेकसूर लोगों की जान गई।


 इसके जवाब में भारत ने भी , 7 मई 2025 को  पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया, जिससे दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका और भी गहरी गई है। 


भविष्य मालिका में भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की भविष्यवाणी आज से 600 वर्ष पूर्व पंचसखाओं द्वारा रचित भविष्य मालिका में स्पष्ट रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच घोर युद्ध होने की भविष्यवाणी कर दी गयी थी । 

भविष्य मालिका के अनुसार तृतीय विश्व युद्ध की शुरुआत मीन शनि चलन के बाद से ही शुरू हो जाएगा ।

  “मीन शनि मेल गो होइब जेतेबेले,
 से बेले समर हेब भारत मंडले। 
एहि भारत संगे पाकिस्तानटि रंगे, 
महासमर करिब जाणिथा बेगे।” 
- भविष्य मालिका 


अर्थात, जब मीन राशि पर शनिदेव का चलन होगा, तब भारत का पाकिस्तान के साथ भीषण युद्ध होगा।

अभी के समय शनि का मीन राशि में चलन हो चुका है, और वर्ष 2025 से 2028 के बीच की अवधि सम्पूर्ण मानवता के लिए महापरिवर्तन की अवधि होगी। 

 “एही भारत संग पाकिस्तान टी रंगे कश्मीर पाई करीब समर घोर”
-भविष्य मालिका


अर्थात, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का कारण कश्मीर ही बनेगा। इसके पश्चात यह तृतीय विश्व युद्ध में परिवर्तित हो जाएगा।

वर्तमान समय में घटित घटनाएँ इस भविष्यवाणी की पुष्टि कर रही हैं और भविष्य मालिका सत्य सिद्ध हो रही है। क्योंकि कश्मीर में आतंकवादी हमला पाकिस्तान द्वारा ही कराया गया था, और इसी के जवाब में भारत ने पाकिस्तान पर मिसाइल हमला किया।

 भविष्य मालिका ग्रंथ में लिखा है – 

तेरह टोपीया जिबे मिली सेते बेले लागि जिबा कलि जुग कलि 
-भविष्य मालिका


अर्थात, 13 इस्लामिक देश एक गठबंधन बनाएँगे और भारत के विरुद्ध खड़े होंगे। जब यह सब साकार होने लगेगा, तब विश्व युद्ध की शुरुआत होगी। 

निष्कर्ष -


वर्तमान समय में मीन-शनि काल ही वह समय है, जब पापियों का विनाश और भक्तों की रक्षा होगी। माधव नाम, त्रिकाल संध्या और भागवत महापुराण ही एकमात्र रक्षा का उपाय हैं।  

भविष्य मालिका की भविष्यवाणियाँ हमें चेतावनी देती हैं कि तृतीय विश्व युद्ध से रक्षा केवल आध्यात्मिक शक्ति और प्रभु की कृपा से ही रक्षा संभव है। 
जगन्नाथ संस्कृति, भविष्य मालिका एवं विभिन्न सनातन शास्त्रों के अनुसार कलियुग का अंत हो चुका है तथा 2032 से सत्ययुग की शुरुआत होगी।
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