🙏 जय श्री माधव 🙏

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त्रिसंध्या में माधव नाम भजन की महत्वता क्या है?

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भगवान माधव (कल्कि राम) के 108 नाम भजन

इस समय कलियुग को 5128 साल चल रहा है।

विभिन्न सनातन शास्त्रों /ग्रंथों और भविष्य मालिका पुराण के अनुसार भगवान माधव, कल्कि रूप में धरा अवतरण करेंगे इसकी रचना की गई है‌।

इसी कारण सभी सनातनियों को भगवान 'माधव' नाम भजन करना सबसे जरूरी महत्वपूर्ण तत्व है।

जिस प्रकार त्रेता युग में भगवान 'राम' नाम से सभी मनुष्य ऋषि मुनि आदि का उद्धार हुआ था।

द्वापद् युग में भगवान 'कृष्ण' नाम से सभी का उद्धार हुआ था।

ठीक उसी प्रकार कलियुग के इस संहार संधि काल में 'माधव' नाम ही उद्धार का एक मात्र सहारा है।

जगन्नाथ संस्कृति, भविष्य मालिका एवं विभिन्न सनातन शास्त्रों के अनुसार कलियुग का अंत हो चुका है तथा 2032 से सत्ययुग की शुरुआत होगी।
जगन्नाथ संस्कृति, भविष्य मालिका एवं विभिन्न सनातन शास्त्रों के अनुसार कलियुग का अंत हो चुका है तथा 2032 से सत्ययुग की शुरुआत होगी।
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जगन्नाथ संस्कृति, भविष्य मालिका एवं विभिन्न सनातन शास्त्रों के अनुसार कलियुग का अंत हो चुका है तथा 2032 से सत्ययुग की शुरुआत होगी।